यह कहानी "परी बनी कोयल" और "मोनू का खोना" पर आधारित है। पहले भाग में, एक सुंदर पार्क में रात के समय कुछ परियां खेलने आती हैं। परियों की रानी ने उन्हें चेतावनी दी थी कि जो परी सुबह पाँच बजे के बाद पार्क में रहेगी, वह कोयल बन जाएगी। एक रात, एक परी नीलू खेलते-खेलते थक गई और एक पेड़ की शाखा पर सो गई। उसे समय का ध्यान नहीं रहा और वह सुबह पाँच बजे कोयल बन गई। अब उसे पूरे दिन कोयल के रूप में समय बिताना पड़ा। दूसरे भाग में, मोनू नामक एक छोटा बच्चा अपनी माँ के साथ बाजार गया। उसकी माँ ने उसे एक दुकान पर खड़ा कर दिया और खुद खरीदारी करने लगीं। मोनू गुब्बारे देखने के लिए चला गया, लेकिन वह खो गया। जब उसकी माँ उसे खोजते हुए आईं, तो मोनू को देखकर बहुत खुश हुईं और उसे गले से लगा लिया। कहानी बच्चों को समय की पाबंदी और माता-पिता की देखभाल के महत्व का सबक देती है।
नवीन बाल कथाएं
Ravi Ranjan Goswami द्वारा हिंदी बाल कथाएँ
Five Stars
2.1k Downloads
10.1k Views
विवरण
रोचक औऱ मनोरंजक बच्चों की कहानियां जो बच्चों औऱ बड़ों सभी को पसंद आएंगी। बच्चों की नटखट शरारतों, बुद्धिमत्ता औऱ साहस पूर्ण कृत्यों से भरी ये कहानियां मनोरंजन के साथ ही बच्चों को कुछ सीख भी देती हैं।
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी