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प्रेम - दर्द की खाई (अध्याय 3)
प्रवीण बसोतिया
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
Four Stars
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विवरण
वैसे तो मैंने हिमानी के साथ ही कालेज के सपने देखे थे। मगर मुझे क्या पता था। मेरी प्यारी दोस्त मुझसे दूर हो जाएगी। हिमानी को खोने के बाद मुझे एहसास हुआ। जब कोई अपना दूर होता है तो कैसे लगता है । तीन साल बीत चुके है उस हादसे को। मगर हिमानी की यादें आज भी वैसी ही है। यादों को रोकना किसी भी इंसान के हाथ में नही है। अगर ऐसा सम्भव होता तो कोई भी इंसान पीड़ित न होता। मेरी पढ़ाई ही अब मेरा आखिर सपना है। पापा ने मुझे पढ़ाने के लिए बहुत तकलीफ सहन की
, बचपन के आँसूमैं आठ वर्ष की थी जब मेरे बाबा बीमार पड़ गए वे काम नहीं काम कर पाते थे ।क्योंकि वह चल नही पाते थे। और में भी...
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