Abhishek Mishra stories download free PDF

दहेज कि मंडी में बिकता बाप

by अभिषेक मिश्रा

दहेज की आग में झुलसा एक पिता का अरमान, सुनिए उसकी करुण पुकार....... न बेटी का दोष, न ...

धरती कि अनकही दास्तां

by अभिषेक मिश्रा
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कहानियाँ हैं दबीं हुई सीने के नीचे, हर दरार में बसी है एक अनकही रीत। ये धरती नहीं बस ...

कवि कंगाल कलम धनवान

by अभिषेक मिश्रा
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एक भूखे पेट की अमर वाणी, एक अनदेखे कवि की अमूल्य कहानी यह कविता उस भाव की पुकार है ...

मैं पंछी तेरे आंगन कि

by अभिषेक मिश्रा
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"मैं पंछी तेरे आँगन की" एक अत्यंत भावनात्मक रचना है, जो एक बेटी की अंतरात्मा से निकली उस गूंज ...

माँ - एक जीवन गाथा

by अभिषेक मिश्रा
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माँ की ममता, माँ की पूजा, माँ ही जीवन सार है, उसके आँचल में ही बसी, सृष्टि की हर ...