Aradhana stories download free PDF

इश्क और अश्क - 64

by Aradhana
  • (5/5)
  • 468

"महल नहीं, तो कहां ले जाऊं तुम्हे?"(प्रणाली को कुछ समझ नहीं आ रहा था)वो बहुत घबरा गई और सोचने ...

इश्क और अश्क - 63

by Aradhana
  • (5/5)
  • 705

---और ये "खचचच..." की आवाज आई। तलवार उसके शरीर में घुस चुकी थी!"वर्धांन....!"(प्रणाली पूरी जान से चीखी)उसने ये मंजर ...

इश्क और अश्क - 62

by Aradhana
  • (4.9/5)
  • 1.1k

उन लोगों ने अपने-अपने हाथों में तीखे-तीखे खंजर ले रखे हैं।वर्धांन:(अपने सहारे से खड़े होते हुए)“मैंने अपनी ताक़त खो ...

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा - 32

by Aradhana
  • (0/5)
  • 1.1k

जैसे ही फ्लाइट लैंड हुई, उसका दिमाग सिर्फ एक नाम पर अटका था — प्रकृति।पर तुरंत खुद को रोकते ...

इश्क और अश्क - 61

by Aradhana
  • (5/5)
  • 999

वैद्य आए, उन्होंने पारस की नब्ज को पकड़ा और बोले:"माफ कीजिएगा महाराज, पर राजकुमार अब इस दुनिया में नहीं ...

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा - 31

by Aradhana
  • (4.6/5)
  • 1.1k

रिधान झुंझलाकर घर पहुंचा, उसके मन में अभी भी यही बात घूम रही है कि दोनों साथ है? है ...

इश्क और अश्क - 60

by Aradhana
  • (4.9/5)
  • 1.3k

प्रणाली गहरी नींद में जा चुकी है।वर्धांन उसके गालों को छूते हुए बोला –"मैं तुम्हारे सोने का इंतज़ार कर ...

इश्क और अश्क - 59

by Aradhana
  • (4.9/5)
  • 1.3k

"तुम्हें तो खुश होना चाहिए कि तुम्हें अब किसी मासूम को धोखा नहीं देना होगा... तो ख़ुशी दिखाओ?""लेकिन मुझे ...

इश्क और अश्क - 58

by Aradhana
  • (0/5)
  • 1.3k

"अगर आगे चलकर मुझसे कोई गलती हो जाएगी...तो तुम मुझे माफ़ कर दोगी?"(उसने प्रणाली से पूछा)"ज़रूर... लेकिन... वो सच ...

इश्क और अश्क - 57

by Aradhana
  • (4.9/5)
  • 1.2k

---पूरा चाँद आसमान में बहुत गुमान से फैला है। और उसी चाँद की चाँदनी में, प्रणाली आराम से अपने ...