कहानीहैनीलकी..." कॉलेजकीपहलीक्लासशुरूहोनेहीवालीथी। नीलfखड़कीकीओरटकटकीलगाएबैठाथा।बाहरपतझड़कीहवाचलरहीथ
नीले कांच की 12-मंजिला ऊँची इमारत के सामने पहुंचकर वह रुका। यह वही जगह थी, जहाँ उसे अपमानित किया ...
दिल्ली कनॉट प्लेस शाम का समयशाम के लगभग छह बज रहे थे। सूरज क्षितिज की ओर धीरे-धीरे ढल रहा ...