रात का वक्त था।स्टूडियो की सारी रिकॉर्डिंग्स खत्म हो चुकी थीं।मारिया अपना सामान समेट रही थी कि तभी सामने ...
अगली शाम...मारिया स्टूडियो से जल्दी निकल गई थी।उसका मन अब मीर से दूर भागना चाहता था,मगर दिल... दिल बार-बार ...
सुल्तान मेंशन – नीचे हॉल में सब नाश्ते में मशगूल थे।अमन तेज़ क़दमों से सीढ़ियाँ उतरता हुआ नीचे आया। ...
स्टूडियो की बड़ी शीशेदार खिड़कियों से छनती हल्की रोशनी, दीवारों पर टंगे गोल्डन रिकॉर्ड्स, और दीवार के उस पार ...
अगली सुबह...कमरे की खिड़की से धूप की महीन लकीरें फर्श पर गिर रही थीं।चिड़ियों की आवाजें हल्के से कमरे ...
सानिया के जाने के बाद, कमरे में फिर से वही ख़ामोशी लौट आई थी…लेकिन इस बार वो ख़ामोशी डर ...
तीन दिन बाद...मारिया उस दिन छोटे के साथ नानी के कहने पर पास के बाजार गई थी।छोटे को नए ...
कमरे में कदम रखते ही एक ठंडी, मद्धम सी महक नायरा की सांसों में उतर गई। सफेद और सुनहरी ...
कुछ दिन बाद…मारिया अब बहुत कम बोलती थी, पर उसकी ख़ामोशियाँ बहुत कुछ कहने लगी थीं।छोटे के साथ खेलते ...
हफ़्ते कैसे बीते, उसे खुद नहीं पता चला…हर दिन जैसे एक साए की तरह गुज़रता गया।नायरा खामोश हो गई ...