65--- रात डेढ़ बजे फ़्लाइट थी, घर से दो गाडियाँ चलीं जबकि एक गाड़ी में सब आ सकते थे| ...
64=== “पापा”आशी ने अचानक ही एक मेल अपने पिता के सामने खोलकर रख दिया| “क्या है?”उदासीन स्वर में उन्होंने ...
63=== डाइनिंग टेबल के ठीक सामने उनके मम्मी-पापा की तस्वीर लगी हुई थी| जब मनु उस दुर्घटना के बाद ...
62=== “अंकल!प्लीज़ अदरवाइज़ मत लीजिए, बहुत दिनों से हम उधर की तरफ़ निकले भी नहीं हैं, चौकीदार तो है ...
61== “अंकल ! अगर आप परमीशन दें तो अब घर लौट जाएं।शायद आशी को कुछ समझ में आए| यह ...
60=== इस प्रकार शुरू हुआ मनु के जीवन का एक और नया अध्याय !जहाँ खुशियों, बिखरने का समय था, ...
नमस्कार पाठक मित्रों जिंदगी सुख और दुख का दूसरा नाम है। जीवन में समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता ...
59=== अनन्या की सौतेली माँ इतनी बुरी भी नहीं थीं लेकिन उनका अपनी बेटी पर कोई कंट्रोल नहीं था, ...
58=== आशिमा के सामने ही शादी का दिन तय हो गया| आशिमा को यहाँ कई दिन हो चुके थे| ...
57=== अगली सुबह फिर वैसी ही थी, रोज़ के जैसी, सबने साथ में नाश्ता किया| आशिमा नाश्ते की मेज़ ...