और दिनो की अपेक्षा रविवार को वह थोड़ी देर तक सोती है। खिड़की से ठंडी हवा भीतर आ रही ...
औघड़ तू भी मेरा भला नहीं कर सका। बेकार रही तेरी भक्ति। जिन्दगी भर न तो तन को नया ...
Rehmat Chudiwala
कर्तव्य और प्रेम के बीच डूबती उतरती एक मार्मिक कहानी। रॉस पेशे से नर्स थी और अपने काम के ...