इंतज़ार बाबा चारपाई पर लेटे हैं और पिछले दो दिनों से उनका खाना-पीना भी बंद है। हालत इतनी खराब ...
"एक संवेदनात्मक कथा जो झूठे दिखावे और असलियत के बीच की दूरी को उजागर करती है।" दौर है ये ...